प्रेगनेंसी में नींबू पानी कब पीना चाहिए

 प्रेगनेंसी में कुछ भी भोज्य पदार्थ चाहे वह कितना भी पोस्टिक क्यों ना हो काफी सोच समझ कर ही लेना चाहिए.

ऐसे ही नींबू पानी के विषय में भी है, नींबू पानी गर्मियों का एक जबरदस्त पेय पदार्थ माना जाता है, अत्यधिक फायदे हैं. लेकिन प्रेगनेंसी में से बिना सोचे समझे नहीं पीना चाहिए.

हालांकि प्रेगनेंसी में इसे पीने के काफी सारे फायदे भी हैं, लेकिन इसे सीमित मात्रा में ही पीना चाहिए.

प्रेगनेंसी में नींबू पानी पीने का सही तरीका

अगर आप की प्रेगनेंसी में किसी भी प्रकार की थोड़ी सी कॉम्प्लिकेशंस है, तो आपको एक बार अपने डॉक्टर से इस संबंध में जरूर सलाह करनी चाहिए. अगर आपको नींबू से किसी भी प्रकार की एलर्जी या समस्या है, तब भी आपको अपने डॉक्टर से पूछ कर ही इसका प्रयोग करना चाहिए.

आप बाजार का खुला नींबू पानी नहीं लें. आप किसी ब्रांडेड कंपनी का डिब्बा बंद नींबू पानी जूस ले सकती हैं. लेकिन उसकी एक्सपायरी डेट जरूर चेक कर ले, और इससे भी अच्छा यह है, कि आप स्वयं अपने हाथों से या घर पर नींबू पानी तैयार करें. वह सबसे अच्छा रहता है, सुरक्षित भी है. बस चीनी का प्रयोग कम से कम करें.

प्रेगनेंसी के दौरान नींबू पानी की एक सीमित मात्रा आपके लिए सुरक्षित है, और फायदेमंद भी है.

अगर आप का स्वाद खराब है तो आप सुबह नाश्ते के आधे घंटे बाद नींबू पानी ले सकते हैं. आप चाहे तो दोपहर में खाना खाने के 1 घंटे बाद  नींबू पानी का सेवन कर सकते हैं.

प्रेगनेंसी में नींबू पानी कब पीना चाहिए

नींबू पानी पीने से क्या होता है - नींबू पानी के फायदे

नींबू पानी ब्लड प्रेशर, मॉर्निंग सिकनेस और गर्भस्थ शिशु के लिए काफी फायदेमंद रहता है, और दूसरे प्रकार के फायदे भी बताए थे. जैसे कि वजन कंट्रोल करता है. आज और बाकी फायदों को लेकर हम चर्चा कर रहे हैं.

  • नींबू पानी ऊर्जा का स्रोत माना जाता है. खासकर प्रेगनेंसी में महिला अपने आपको काफी थका थका महसूस करती है. अगर वह नींबू पानी का प्रयोग करती है, तो उसे एक एनर्जी महसूस होगी, उसकी ऊर्जा बढ़ जाती है.
  • जिन महिलाओं के मुंह का स्वाद अक्सर खराब रहता है वह नींबू पानी का प्रयोग करके अपने मुंह के स्वाद को ठीक रख सकती हैं. थोड़ा मन बदल जाता है.
  • अगर महिला नींबू पानी का प्रयोग करती है, तो वह देखेगी की उसका तनाव दूर हो गया है, और अंदर से खुशी महसूस होने लगती है, जो अत्यधिक आवश्यक है.
  • नींबू पानी की एक और खास बात यह है कि यह शरीर में ब्लड शुगर को मेंटेन करने का कार्य करता है अर्थात ना कम होने देता है ना ज्यादा होने देता है ऐसे में यह जेस्टेशनल डायबिटीज से ग्रस्त महिलाओं के लिए लाभकारी है.
  • प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं की त्वचा पर प्रेगनेंसी हारमोंस के साइड इफेक्ट के रूप में लगभग 10 से ज्यादा प्रकार की समस्याएं देखने में आती हैं, अर्थात किसी महिला को कोई समस्या, किसी महिला को किसी और प्रकार की समस्या. अगर वह नींबू पानी का सेवन करती है, तो महिला के त्वचा के रोग रोगों में कमी आती है. त्वचा चमकदार बनती है.
  • गर्भवती महिलाओं को अक्सर अबकी अर्थात पाचन की समस्या का सामना करना पड़ता है. अगर महिला रोजाना एक गिलास नींबू रस का प्रयोग अपने भोजन के माध्यम से करती है, तो यह उसके लीवर को डिटॉक्सिफाई करने का कार्य करता है. उसके सारे विषैले तत्वों को बाहर करने में मदद करता है. स्वास्थ्य लीवर होने से पाचन तंत्र मजबूत रहता है.
  • इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है इससे सर्दी खांसी जुखाम बुखार जैसी छोटी-छोटी समस्याएं कंट्रोल में रहती हैं.

प्रेगनेंसी में अधिक नींबू पानी लेने को क्यों मना किया जाता है

नींबू पानी एक सिट्रस फ्रूट है. अर्थात खट्टा फल है एसिड प्रकृति का है. इसलिए नींबू के अधिक सेवन से शरीर में एसिडिक लेबल और पीएच का बैलेंस प्रभावित हो जाता है, और अगर यह प्रभावित होता है तो प्रेगनेंसी के दौरान यह नुकसानदायक हो सकता है .

1 दिन में कितना नींबू पानी ले

नींबू पानी या कोई भी खाद्य पदार्थ महिला के अपने शरीर की प्रकृति और प्रेगनेंसी की प्रकृति पर काफी हद तक निर्भर करता है. महिला के भोजन के प्रकार से भी प्रभावित होता है. लेकिन अगर आप आइडियल माने तो, आप एक गिलास पानी में आधा नींबू निचोड़ कर, थोड़ा काला नमक मिलाकर और आधा चम्मच चीनी मिलाकर रोजाना ले सकते हैं.

जैसा कि हमने अभी पहले बताया है, कि अगर किसी भी प्रकार की कॉम्प्लिकेशंस है, तो डॉक्टर से सलाह जरूर करें और अगर आपको नींबू से एलर्जी है तो नहीं ले.

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