प्रेगनेंसी में व्यायाम की आवश्यकता क्यों होती है

 नमस्कार दोस्तों आज के इस वीडियो के माध्यम से हम चर्चा करने जा रहे हैं प्रेगनेंसी के दौरान किस प्रकार के योगासन या व्यायाम को करना चाहिए.
क्योंकि व्यायाम तीन प्रकार के होते हैं..

  • एक तो कठिन व्यायाम
  • एक मध्यम कठिन व्यायाम
  • एक आसान व्यायाम

प्रेगनेंसी में किस प्रकार के व्यायाम कर सकते हैं और कौन-कौन महिलाएं किस किस प्रकार के व्यायाम कर सकती हैं. इस पर चर्चा करेंगे ---



दोस्त एक्सपर्ट्स कहते हैं कि डिलीवरी के समय और पूरी प्रेग्नेंसी के समय महिलाएं की महिलाओं की मांसपेशियां जितनी ज्यादा फ्लैक्सिबल होंगी उन्हें प्रेगनेंसी को आगे ले जाने में और डिलीवरी में उतनी ही ज्यादा मदद मिलती है.

इसके लिए व्यायाम एक अत्यधिक उपयुक्त ऑप्शन बन कर सामने आता है. अब यहां बात यह आती है कि महिलाएं किस लेवल का व्यायाम प्रेगनेंसी के दौरान कर सकती हैं.

 कई बार ही है प्रश्न आता है, कि क्या महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान दौड़ सकती हैं, तो हम आपको बता दें, दौड़ना एक कठिन व्यायाम के अंतर्गत आता है, और प्रेगनेंसी में कठिन व्यायाम करना उचित नहीं माना जाता है. इसलिए महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान दौड़ना नहीं चाहिए. जो महिलाएं एथलीट है, जिन्होंने बचपन से लेकर प्रेगनेंसी तक दौड़ने की प्रैक्टिस की है. वह कोई भारी कार्य करते हैं तब भी आपको प्रेगनेंसी के दौरान दौड़ने से बचना चाहिए.

हालांकि आपका शरीर अत्यधिक मजबूत है, लेकिन आपका गर्भस्थ शिशु उतना ही नाजुक है जितना नाजुक शारीरिक श्रम नहीं करने वाली महिला का शिशु होता है.

जो महिलाएं एथलीट है, जिनका शरीर मजबूत है शारीरिक मेहनत अत्यधिक करती हैं, उन्हें प्रेगनेंसी के शुरुआती समय में मध्यम लेवल की कठिनता वाले व्यायाम करने की सलाह दी जाती है.

गर्भवती महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित व्यायाम मध्यम-तीव्रता वाले एरोबिक व्यायाम हैं, जैसे तेज चलना, बागवानी, तैराकी, स्थिर बाइकिंग, आसान योगा इत्यादि.
यदि आप एक अनुभवी धावक, जॉगर या रैकेट-स्पोर्ट्स खिलाड़ी हैं, तो आप गर्भावस्था के दौरान इन गतिविधियों को करने में सक्षम हो सकते हैं.

हमारी कुछ माता बहने जीवन भर कोई भी व्यायाम या एक्सरसाइज नहीं करती हैं, लेकिन जैसे ही वह गर्भवती होती है तो उनके मन में एक्सरसाइज के लिए इच्छा पैदा हो जाती है.

हालांकि यह सब वह अपने शिशु की सुरक्षा के दृष्टिकोण से ही करना चाहती हैं, लेकिन ऐसे में आप अभी बताए गए योगा या एक्सरसाइज को बिल्कुल भी नहीं कर सकती क्योंकि जिन महिलाओं का शरीर पहले से ही काफी फ्लैक्सिबल होता है.

इसके लिए आप सुबह शाम सामान्य घूमना, प्राणायाम और हल्के-फुल्के योगा किसी योगाचार्य के संपर्क में आकर ही करें, क्योंकि आपका शरीर इन सब के प्रति समर्पित नहीं है, उसे एक्सरसाइज या योगा की आदत नहीं है.

 इसके लिए पहले शरीर को उसकी आदत लगानी पड़ती है. इसलिए अगर आप प्रेग्नेंसी के समय ही योगा करना चाह रहे हैं, एक्सरसाइज करना चाह रहे हैं तो शुरुआत में कम कम समय के लिए करें और हल्के-फुल्के योगा ही करें, एक्सरसाइज करें.

आप चाहे एथलीट हो या सामान्य ग्रहणी हो या प्रथम बार प्रेगनेंसी में ही योगा कर रही हो, आपको अपने किसी भी कार्य की सलाह अपने डॉक्टर से अवश्य लेनी चाहिए और उसके संज्ञान में यह सब होना चाहिए.
प्रेगनेंसी में योगा करने से ..........

  • आपके शरीर में ऊर्जा का स्तर बना रहेगा
  • कमर दर्द में राहत मिलेगी
  • डिलीवरी के समय आसानी होगी
  • कब्ज और एसिडिटी की समस्या भी कम रहेगी
  • आपका वजन भी आवश्यकता अनुसार ही भरेगा
  • फेफड़ों की क्षमता मजबूत रहेगी और भी दूसरे लाभ होंगे 
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