प्रेग्नेंट होने का उपाय - क्या करें कि प्रेगनेंसी हो

 प्रेग्नेंट होना एक नेचुरल प्रोसेस है, जिसके विषय में हर व्यक्ति जानता है. किसी भी महिला के लिए प्रेग्नेंट होना काफी सामान्य बात होती है. लेकिन अगर किसी कारणवश प्रेगनेंसी नहीं हो रही है, तो उस परिस्थिति में प्रेग्नेंट होने के उपाय को लेकर चर्चा की जाती है.

अगर दंपत्ति प्रेगनेंसी के लिए कोशिश कर रहे हैं, लेकिन प्रेगनेंसी नहीं हो रही है तो उन स्थिति में डॉक्टर से कंसल्ट करने की आवश्यकता होती है.  



डॉक्टर से कंसल्ट करने से पहले अगर आप कुछ छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखते हैं, तो ऐसा हो सकता है कि आपको डॉक्टर से कंसल्ट करने की आवश्यकता नहीं पड़े. आप इन छोटे-छोटे उपायों को अपनाकर देखे. हमें उम्मीद है, कि आपकी समस्या का समाधान निकल आएगा. हालांकि आपके पास अंतिम ऑप्शन डॉक्टर कंसल्टेशन अभी भी रहेगा.

यह कुछ प्रेग्नेंट होने के घरेलू उपाय, आप अपना सकते हैं जो इस प्रकार से हैं.

प्रेग्नेंट होने का उपाय - क्या करें कि प्रेगनेंसी हो

हिप्स के नीचे तकिया लगाना

महिला को प्रेगनेंसी के लिए मिलन के बाद कम से कम 15 से 20 मिनट अपने हिप्स के नीचे तकिया लगा कर लेटना चाहिए. विज्ञान के अनुसार तो यह सब मान्य नहीं होता है . लेकिन फिर भी हर छोटी से छोटी संभावना को हमें लेकर चलना चाहिए. अगर यहां हमें एक्स-वाई क्रोमोसोम को महिला की फैलोपियन ट्यूब तक पहुंचने में अगर किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है, तो ग्रेविटी की हेल्प से वह और तेज गति से अपने गंतव्य तक पहुंच सकते हैं.

लेग अप वॉल पोजिशन अपनाएं

मिलन के बाद महिलाओं को तुरंत इस पोजीशन में लेटना चाहिए.
इसमें भी महिला के शरीर के अंदर पुरुष शुक्राणुओं को ग्रेविटी की मदद मिलती है. वह तेजी से फेलोपियन ट्यूब की तरफ बढ़ सकते हैं, और प्रेगनेंसी के लिए अपना योगदान दे सकते हैं.

ओवुलेशन पीरियड का ज्ञान

मात्र 24 घंटे ही एक मंथली साइकिल में आते हैं जब महिला का अंडा पुरुष शुक्राणु अब से मिलन के लिए तैयार होता है और इन्हीं 24 घंटे में महिला गर्भवती हो सकती है. पुरुष का शुक्राणु महिला के शरीर में 72 घंटे तक जीवित रह सकता है. इस समय को मिलाकर कुल 3 से 4 दिन होते हैं जब महिला  एक मंथली साइकिल में गर्भवती हो सकती है. कोशिश करें कि ओवुलेशन पीरियड के समय आप अवश्य संपर्क में आए.

थायराइड या पीसीओडी की समस्या नहीं होनी चाहिए

दंपत्ति को इस विषय में भी जानकारी होनी चाहिए कि क्या महिला को थायराइड या पीसीओडी की समस्या तो नहीं है. इस वजह से भी प्रेगनेंसी होने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है. दूसरा इन समस्याओं का होना यह दिखाता है कि महिला के शरीर में हारमोंस बैलेंस नहीं है. अगर हारमोंस बैलेंस नहीं होते हैं तो महिला के पीरियड अनियमित हो जाते हैं. जिस वजह से महिला का Ovulation पीरियड भी अनियमित हो जाता है. वह कब आता है पता ही नहीं होता है और सही समय पर कोशिश नहीं होने की वजह से भी प्रेगनेंसी नहीं होती है.

तनाव के कारण प्रेगनेंसी में रुकावट

प्रेग्नेंट होने का उपाय जानने से पहले यह सुनिश्चित करें कि आपको तनाव नहीं है. अगर महिला को या दंपत्ति को या पुरुष को किसी भी प्रकार की स्ट्रेस अपनी लाइफ स्टाइल के कारण है अर्थात

  • घर में कोई ऐसी समस्या है जिस वजह से दंपत्ति को स्ट्रेस है.
  • अपनी फाइनैंशल स्थिति की वजह से दंपत्ति को स्ट्रेस है.
  • अपनी नौकरी के कारण दंपत्ति को स्ट्रेस है, तनाव है.

तो यह सीधा सीधा दंपत्ति के रीप्रोडक्टिव सिस्टम पर प्रभाव डालता है. असल में प्रेगनेंसी 1 हाईली एनर्जी कंज्यूम्ड प्रोसेस है. जब दंपत्ति को तनाव रहता है तो उस वक्त व्यक्ति का मस्तिष्क अत्यधिक ऊर्जा को कंज्यूम करता है. ऐसे में शरीर की दूसरी आवश्यक क्रियाओं के लिए एनर्जी की कमी पड़ने लगती है.

मात्र रीप्रोडक्टिव सिस्टम ही इफेक्ट नहीं होता है, बल्कि शरीर की हर एक कार्यविधि क्रियाकलाप इफेक्ट होते हैं और शरीर में और भी कई दूसरे प्रकार के रोग भी पनपने लगते हैं.

शरीर कमजोर होने लगता है और ऐसे में स्वयं शरीर प्रेगनेंसी को एक्सेप्ट करने के लिए तैयार नहीं होता क्योंकि शरीर की पहली प्राथमिकता आपके तनाव को कम करना होती है. ताकि आपके दिमाग को राहत मिल सके और वह अपने कार्य को सुचारु रुप से आगे बढ़ा सके.

शरीर को प्रेगनेंसी लायक बनाएं

आजकल हम अपने जीवन में मशीनों का बहुत ज्यादा प्रयोग कर रहे हैं. इस वजह से हम अपने शरीर का इस्तेमाल ना के बराबर करते हैं. 

जब शरीर का इस्तेमाल ना के बराबर होने लगता है, तो वह शिथिल पड़ने लगता है. अपनी कार्यक्षमता को खोने लगता है.

अब अचानक से आपको प्रेगनेंसी चाहिए, जो कि अपने आप में काफी बड़ा कार्य है. प्रेगनेंसी के लिए मात्र रीप्रोडक्टिव सिस्टम का ही मजबूत होना आवश्यक नहीं होता है बल्कि शरीर के हर एक अंग का उसमें योगदान होता है जो कि अब कमजोर पड़ चुके हैं.

शरीर की कमजोरी के कारण हारमोंस भी बिगड़ने लगते हैं. उचित मात्रा में शरीर उन्हें प्रोड्यूस नहीं कर पाता है. जितना की प्रेगनेंसी के लिए चाहिए.

इसलिए आपको शरीर का प्रयोग करना सीखना है.

  • घर का हर एक काम स्वयं करें.
  • जितना अधिक हो सके पैदल चलें.
  • सुबह शाम कसरत करें, दौड़े.
  • अपने आप को मजबूत करें.
  • शरीर के हर एक अंग का प्रयोग करें चाहे वह आंतरिक अंग हो चाहे वह बाहरी अंग हो.
  • आपको योगा भी करना है.

 अगर आप 40 दिन तक बताएगा कार्य करते हैं, तो आपका शरीर अपनी शक्ति पुनः प्राप्त करने लगेगा. ब्लड में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ने लगेगी. धीरे-धीरे शरीर मजबूत होने लगेगा और प्रेगनेंसी के लायक बनाने लगेगा.

पुरुष भी दे इन बातों पर ध्यान - पुरुषों के लिए उपाय

  1. साथ ही साथ पुरुषों को भी योगा और कसरत घूमना मेहनत सब करना अत्यधिक आवश्यक है. इससे उनका शरीर भी मजबूत बनेगा और पुरुष का स्पर्म भी मजबूत होगा. अगर पुरुष का स्पर्म मजबूत नहीं रहता है, तो वह महिला के शरीर में समय से पहले ही मर जाते हैं. इस वजह से भी प्रेगनेंसी नहीं होती है. इसके लिए पुरुष को अपने भोजन पर भी ध्यान देना होगा.

  2. सबसे पहले तो दंपत्ति को प्रोसेस्ड फूड नहीं खाने होंगे. ऐसा भोजन जो पहले से ही बनकर तैयार हो जाता है. बाजार में मिलता है जैसे की चिप्स कुरकुरे नमकीन बिस्किट ब्रेड बाजारी जूस सोडा ड्रिंक अर्थात रेडी टो ईट फूड जो कि बाजार में अवेलेबल है. उनका प्रयोग बिल्कुल छोड़ना होगा.

  3.  पुरुषों को अपने भोजन की पौष्टिकता को बढ़ाना होगा ताकि उसके इस पर मजबूत बन सके और लंबे समय तक महिला के शरीर में जीवित रह सके आप इन छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखेंगे तो 50% से ज्यादा मामलों में प्रेगनेंसी हो जाती है बल्कि ज्यादा ही तो आप इन बातों का ध्यान रखें आपकी समस्या समाप्त हो जाएगी इसकी संभावना बहुत ज्यादा है

निष्कर्ष

तो यह है प्रेग्नेंट होने के उपाय, यह हमारी लाइफ चल से जुड़े छोटे-छोटे उपाय हैं. जिनका हम बिल्कुल भी ध्यान नहीं रखते हैं.

यह हमारे रिप्रोडक्टिव सिस्टम पर सीधा प्रभाव डालते हैं. इन सब बातों का ध्यान रखें. आप देखेंगे कि आपने काफी जल्दी प्रेगनेंसी कंसीव कर ली है.

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