नमस्कार दोस्तों जैसे ही कोई महिला गर्भवती होती है तो उसका जीवन उम्मीदों से भर जाता है साथ ही साथ उसे चिंता भी होने लगती है.
प्रेगनेंसी वह समय है. जब महिला को सबसे ज्यादा ध्यान रखने की आवश्यकता होती है.
महिला जो भी खाती है जो भी करती है उसका सीधा असर उसके घर पर शिशु पर आता ही है.
दोस्तों आज हम अपने इस Article के माध्यम से कुछ प्रेगनेंसी टिप्स पर चर्चा करने जा रहे हैं, जो कि गर्भस्थ शिशु और महिला के लिए काफी फायदेमंद होने वाली है चर्चा करते हैं.
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लंबी यात्राएं - Avoid Lambi Yatra
किसी भी महिला को प्रेग्नेंसी के समय कभी भी लंबी लंबी यात्राएं नहीं करनी चाहिए लंबी यात्रा करने से गर्भ शिशु को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है होता क्या है कि महिला इस वजह से एक ही मुद्रा में काफी समय बैठी रहती है जिसकी वजह से उसके शरीर का ब्लड सरकुलेशन थोड़ा सा डिस्टर्ब हो सकता है.
और गलती से कभी कभी महिला ऐसी स्थिति में भी आ सकती है जिससे की गर्भ शिशु को अनु कंफर्टेबल महसूस हो सकता है अगर उस स्थिति में महिला ज्यादा समय तक लगातार बैठे रहे तो भी यह परेशानी का कारण बन सकता है.
लंबी यात्रा करने से महिला के खाने पीने का शेड्यूल बिगड़ जाता है जो की परेशानी का कारण बन सकता है.
लंबी यात्राओं की वजह से महिला को आराम करने का पर्याप्त समय नहीं मिल पाता है.
गर्भावस्था के दौरान थकान बहुत जल्दी होती है क्योंकि शरीर को डबल कार्य करना पड़ता है ऐसी स्थिति में आराम करना बहुत ज्यादा जरूरी होता है.
प्रदूषण की समस्या एक ग्लोबल समस्या बनती जा रही है आजकल वातावरण काफी दूषित हो चुका है खासकर बड़े शहरों में तो हवा ऐसी हो गई है, कि उसमें सांस तक नहीं लिया जा सकता है. ऐसे में अगर महिला दूषित हवा में किसी कारणवश चली जाती है, तो यह उसके और उसके गर्भस्थ शिशु के लिए काफी नुकसानदायक होता है.प्रदूषण की समस्या - Pradooshan kee Samasya
क्योंकि हवा के अंदर बहुत से जहरीले तत्व होते हैं, जो सीधा सांसों के द्वारा के द्वारा महिला के शरीर में और महिला के शरीर से वह बच्चे तक बड़ी आसानी से पहुंच सकते हैं.
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दोस्तों इस प्रकार की समस्या छोटी जगहों छोटे शहरों में नहीं आती है यह समस्या मुख्यतः मेट्रो और बड़ी सिटीज में ही देखने में आती है गर्भवती महिलाओं को हमेशा ऐसे समय पर घर से निकलने से बचना चाहिए जबकि सड़कों पर बहुत हैवी ट्रैफिक होता है इससे कुछ समस्याएं महिला के लिए उत्पन्न हो सकती हैं.भारी ट्रैफिक से बचें - Bhari Trafic se Bachen
आप अगर ट्रैफिक में फस जाती है तो आपको एक ही जगह पर काफी लंबे समय तक एक ही मुद्रा में बैठना पड़ेगा जो कि गर्भावस्था के दौरान नुकसानदायक होता है.
ऐसी जगह पर फसने में महिला को बाथरूम की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाती है.
अगर महिला ट्रैफिक में फस जाती है तो इस कारण से वहां पर बहुत ज्यादा पोलूशन फैल जाता है और ऐसी जहरीली हवा में सांस लेना गर्भवती महिला के लिए बहुत नुकसानदायक होता है.
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अतिरिक्त गर्मी से बचे हैं - Extra Garmi se Safe rahe
अगर दो-तीन महीने छोड़ दिया जाए तो भारत में अक्सर गर्मियों का मौसम ही रहता है बहुत ही कम हिस्से में सर्दियां पड़ती हैं प्रेग्नेंसी के समय महिला को अपने शरीर को ठंडा रखने की बहुत ज्यादा आवश्यकता होती है.
ऐसे में महिला को ठंडे भोजन खाने चाहिए अगर आपके आसपास का वातावरण गर्म होता है, तो यह भी आपके शरीर में गर्मी पैदा करने में सहायता करता है महिला को चाहिए कि वह ऐसे मौसम से बचे या ऐसे एनवायरमेंट में जाने से बच्चे जहां पर ज्यादा गर्मी हो.
गर्भवती महिलाओं को हमेशा खुले और वेंटिलेशन वाले कमरे में ही रहना चाहिए जिसमें की हवा का आदान-प्रदान सही तरीके से होता रहे शरीर को सुचारू रूप से कार्य करने के लिए ऑक्सीजन की बहुत ज्यादा आवश्यकता होती है ऑक्सीजन से ही शरीर में एनर्जी का प्रभाव बना रहता है.छोटे बंद कमरे में ना रहे - Chote Room me Na rahe
अगर शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है तो महिला को बहुत जल्दी थकान होने लगती है. कमजोरी महसूस होने लगती है और बच्चे के पोषण के लिए कार्य करने की क्षमता भी शरीर की कम हो जाती है. तो हमेशा महिला ऐसी जगह रहे जहां पर उसे वातावरण से ऑक्सीजन सही तरीके से मिलती रहे.
छोटे कमरे में रहने से महिला को दम घुटने जैसा महसूस हो सकता है गर्मी के मौसम में तो महिला को बेहोशी तक आ सकती है और छोटे कमरे में रहने से महिला के शरीर का तापमान भी बढ़ जाता है तो हमेशा खुली और शांत जगह में रहने का प्रयास करें.
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अगर महिला जॉब करती है तो कभी-कभी क्या होता है कि सभी के पास छोटे-छोटे कैबिन होते हैं ऐसे में गर्भवती महिला को चाहिए कि वह अपनी सीट ऐसी जगह पर लगवाए जहां पर काफी खुली जगह हो बड़ी जगह हो. अगर उसे इस प्रकार का केबिन मिलता है जिसमें हवा का वेंटिलेशन प्रॉपर तरीके से है तो फिर कोई दिक्कत की बात नहीं होती है.
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