आज हम चर्चा करने जा रहे हैं प्रेगनेंसी में केसर किस महीने से खानी चाहिए --
प्रेग्नेंसी के समय केसर लेना चाहिए कि नहीं लेना चाहिए. प्रेगनेंसी में केसर कितना खाना चाहिए. प्रेगनेंसी में केसर के लाभ. प्रेगनेंसी में केसर से किस प्रकार की हानि हो सकती है. इस पर चर्चा करेंगे.
प्रेगनेंसी में कितना केसर खाएं - Pregnancy me Kesar ki Matra
दोस्तों केसर या जाफरान ठंडे इलाके में पाया जाता है. और इसकी तासीर गर्म है. ठंडे इलाके में इसका प्रयोग अपेक्षाकृत गर्म इलाकों के आसानी से किया जा सकता है. थोड़ी ज्यादा मात्रा में भी किया जा सकता है.
गर्म इलाकों में खासकर प्रेगनेंसी में इसका प्रयोग संभलकर करना चाहिए. यह एक लाजवाब औषधि है. और शरीर को इसके बहुत से फायदे होते हैं. गर्भवती महिला के लिए केसर के फायदे बहुत अधिक है, लेकिन इसकी संतुलित मात्रा ही हमें फायदा पहुंचाती है.
एक बात का ध्यान रखें प्रेगनेंसी के समय गर्म चीजों का प्रयोग ना के बराबर किया जाता है,और केसर की तासीर गर्म होती है. इसलिए इसे दूध के साथ ही प्रयोग में लाया जाता है. इस बात का विशेष ध्यान रखें कि एक गिलास दूध के अंदर केसर के 2 – 4 तार ही डालें. 4 तार तो मैक्सिमम है, और दिन में एक ही बार प्रयोग करें.
जिन महिलाओं को गर्मी की शिकायत ज्यादा होती है, प्रेग्नेंसी के समय उन्हें केसर के प्रयोग से बचना चाहिए.
केसर में थियामाइन और रिबोफ्लेविन मौजूद होता है, जो कि काफी फायदेमंद होता है. कई लोगों का मानना होता है, कि अगर किसी गर्भवती महिला को केसर का सेवन करवाया जाएं, तो उसका बच्चा गोरा पैदा होगा.
1. ब्लड़ प्रेशर: गर्भवती महिला को दिन में सिर्फ एक बार 4 रेशे केसर का सेवन दूध के साथ करना चाहिए, इससे उसका ब्लड़ प्रेशर संतुलित रहेगा और मूड भी अच्छा रहेगा। इसके सेवन से मांसपेशियों में भी राहत मिलती है.
2.पेट दर्द: गर्भावस्था के दिनों में पेट में ऐंठन होने पर बहुत असहज महसूस होता है, ऐसे में केसर एक दर्दनिवारक के रूप में काम करती है। यह पेटदर्द से आराम दिलाती है.
3.आंखों की समस्या दूर होना: र्भवती महिलाओं को कई बार आंखों में तनाव महसूस होता है, अगर वह केसर का सेवन दूध डालकर करें, तो उनकी आंखों में आराम मिलेगा, खासकर तब जब उन्हे किसी प्रकार का दृष्टि विकार हों.
4. किडनी और लीवर की समस्या से मुक्ति: केसर एक प्रकार का ब्लड़ प्यूरीफायर पाउडर होता है जो शरीर में किडनी और लीवर की समस्याओं को दूर कर देता है.
5. पाचन: गर्भावस्था के दौरान महिला को पाचन सम्बंधी काफी समस्याएं होती हैं, क्योंकि शरीर में रक्त के संचार में अनियमितता हो जाती है. ऐसे में केसर का सेवन काफी लाभप्रद होता है, इससे पेट दुरूस्त रहता है.
You May Also Like : चाइना में बच्चे का जेंडर पता करने के कुछ प्राचीन तरीके
एक बात का ध्यान रखें प्रेगनेंसी के समय गर्म चीजों का प्रयोग ना के बराबर किया जाता है,और केसर की तासीर गर्म होती है. इसलिए इसे दूध के साथ ही प्रयोग में लाया जाता है. इस बात का विशेष ध्यान रखें कि एक गिलास दूध के अंदर केसर के 2 – 4 तार ही डालें. 4 तार तो मैक्सिमम है, और दिन में एक ही बार प्रयोग करें.
You May Also Like : प्रेगनेंसी से बचने के घरेलू उपाय
You May Also Like : अल्कोहल से जेंडर प्रिडिक्शन 1 मिनट में
You May Also Like : बेकिंग सोडा और यूरिन से कैसे करते हैं जेंडर प्रेडिक्शन केवल 1 मिनट में - Gender prediction
You May Also Like : गर्भ में बेटा या बेटी जानने का मिस्र का तरीका
You May Also Like : बेकिंग सोडा और यूरिन से कैसे करते हैं जेंडर प्रेडिक्शन केवल 1 मिनट में - Gender prediction
You May Also Like : गर्भ में बेटा या बेटी जानने का मिस्र का तरीका
जिन महिलाओं को गर्मी की शिकायत ज्यादा होती है, प्रेग्नेंसी के समय उन्हें केसर के प्रयोग से बचना चाहिए.
प्रेगनेंसी में केसर खाने के फायदे - Pregnancy me Kesar khane ke fayde
दुनिया में सबसे मंहगा मसाला या हर्ब, केसर होता है. जो कई प्रकार के औषधीय गुणों से भरपूर होता है. लोगों द्वारा इसका इस्तेमाल अक्सर गोरे होने के लिए किया जाता है.केसर में थियामाइन और रिबोफ्लेविन मौजूद होता है, जो कि काफी फायदेमंद होता है. कई लोगों का मानना होता है, कि अगर किसी गर्भवती महिला को केसर का सेवन करवाया जाएं, तो उसका बच्चा गोरा पैदा होगा.
1. ब्लड़ प्रेशर: गर्भवती महिला को दिन में सिर्फ एक बार 4 रेशे केसर का सेवन दूध के साथ करना चाहिए, इससे उसका ब्लड़ प्रेशर संतुलित रहेगा और मूड भी अच्छा रहेगा। इसके सेवन से मांसपेशियों में भी राहत मिलती है.
2.पेट दर्द: गर्भावस्था के दिनों में पेट में ऐंठन होने पर बहुत असहज महसूस होता है, ऐसे में केसर एक दर्दनिवारक के रूप में काम करती है। यह पेटदर्द से आराम दिलाती है.
3.आंखों की समस्या दूर होना: र्भवती महिलाओं को कई बार आंखों में तनाव महसूस होता है, अगर वह केसर का सेवन दूध डालकर करें, तो उनकी आंखों में आराम मिलेगा, खासकर तब जब उन्हे किसी प्रकार का दृष्टि विकार हों.
4. किडनी और लीवर की समस्या से मुक्ति: केसर एक प्रकार का ब्लड़ प्यूरीफायर पाउडर होता है जो शरीर में किडनी और लीवर की समस्याओं को दूर कर देता है.
5. पाचन: गर्भावस्था के दौरान महिला को पाचन सम्बंधी काफी समस्याएं होती हैं, क्योंकि शरीर में रक्त के संचार में अनियमितता हो जाती है. ऐसे में केसर का सेवन काफी लाभप्रद होता है, इससे पेट दुरूस्त रहता है.
You May Also Like : चाइना में बच्चे का जेंडर पता करने के कुछ प्राचीन तरीके
You May Also Like : प्रेगनेंसी में पुदीने की चाय पीए कि नहीं पीए
6. बच्चे के घूमने में: गर्भवती महिला को 5 वें महीने से बच्चे के घूमने का एहसास होने लगता है. केसर युक्त दूध पीने पर यह एहसास ज्यादा अच्छी तरह होता है. इसके सेवन से शरीर का तापमान संतुलित रहता है. लेकिन बहुत ज्यादा मात्रा में केसर का सेवन नहीं करना चाहिए.
यह शरीर की गर्मी में भी काफी वृद्धि करता है, तथा गर्भवती महिलाओं को इस बात की सलाह दी जाती है कि वे इसका ज़्यादा मात्रा में सेवन ना करें, अन्यथा इसके काफी हानिकारक साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं.
1.एक दिन में 10 ग्राम से ज्यादा केसर का सेवन करने से मिसकैरिज का खतरा बढ़ जाता है. दरअसल, केसर हमारी बॉडी हीट बढ़ा देता है, जिसकी वजह से ऐसा होता है. 1 ग्राम केसर ही 2 से 3 महीने चलता है.
2.ज्यादा केसर खाने की वजह से आपको सिर दर्द, बेचैनी, चक्कर आना, मुंह सूखना आदि जैसी समस्या हो सकती है. इनकी वजह से प्रेग्नेंसी में परेशानी पैदा हो सकती है.
3.कुछ महिलाओं को केसर की वजह से उल्टियां शुरू हो जाती हैं.
6. बच्चे के घूमने में: गर्भवती महिला को 5 वें महीने से बच्चे के घूमने का एहसास होने लगता है. केसर युक्त दूध पीने पर यह एहसास ज्यादा अच्छी तरह होता है. इसके सेवन से शरीर का तापमान संतुलित रहता है. लेकिन बहुत ज्यादा मात्रा में केसर का सेवन नहीं करना चाहिए.
प्रेगनेंसी में केसर के नुकसान - Pregnancy me Kesar ke Nuksan
1.एक दिन में 10 ग्राम से ज्यादा केसर का सेवन करने से मिसकैरिज का खतरा बढ़ जाता है. दरअसल, केसर हमारी बॉडी हीट बढ़ा देता है, जिसकी वजह से ऐसा होता है. 1 ग्राम केसर ही 2 से 3 महीने चलता है.
2.ज्यादा केसर खाने की वजह से आपको सिर दर्द, बेचैनी, चक्कर आना, मुंह सूखना आदि जैसी समस्या हो सकती है. इनकी वजह से प्रेग्नेंसी में परेशानी पैदा हो सकती है.
3.कुछ महिलाओं को केसर की वजह से उल्टियां शुरू हो जाती हैं.
प्रेगनेंसी में केसर कितना खाना चाहिए
केसर के फायदे प्रेगनेंसी में काफी अधिक होते हैं इसलिए गर्म तासीर का होने के कारण के बाद भी प्रेगनेंसी में केसर खाना बताया जाता है प्रेगनेंसी में केसर कैसे खाएं तो यह काफी आसान है आपको 1 दिन में एक गिलास दूध के अंदर केसर के तीन से चार रेशे डालकर ही खाने हैं.
प्रेगनेंसी में केसर कैसे खाना चाहिए
प्रेगनेंसी में केसर के फायदे को देखते हुए और इसकी गर्म तासीर को जानते हुए सबसे पहले केसर के 3 से 4 से रेशे एक गिलास दूध के अंदर डालकर उबालने ले.
उसके बाद ठंडा करके दूध पी ले. इस प्रकार से केसर के गुण दूध में आ जाए जाएंगे. गर्म प्रकृति के होने के बावजूद केसर प्रेगनेंसी में नुकसान नहीं देगा.
केसर कब खाना चाहिए - Pregnancy me kesar kab se khana chahiye
Pregnancy me kesar konse mahine me khana chahiye ya pregnancy me kesar kab khana chahiye, अपने आप में काफी महत्वपूर्ण प्रश्न है.प्रेगनेंसी के शुरुआती 3 महीने काफी ज्यादा क्रिटिकल होते हैं इस दौरान शिशु काफी कमजोर होता है इसलिए कोई भी गर्म तासीर का भोजन खाने से बचना चाहिए लेकिन 3 महीने आते-आते शिशु काफी शक्तिशाली हो जाता है इसके बाद आप संयमित मात्रा में केसर का सेवन प्रेगनेंसी के दौरान कर सकते हैं
अगर आप केसर के फायदों को जानकर प्रेगनेंसी के दौरान केसर का प्रयोग करना चाह रही हैं तो आप ऑनलाइन भी केसर को बड़ी आसानी से घर पर ही मंगा सकती हैं.
इसके लिए हम आपको एक लिंक दे देते हैं जिस पर जाकर आप केसर के बारे में और अधिक जान पाएंगी और उसकी कीमत को भी जान पाएंगे.
Tags
Pregnancy Food Tips












